
बक्स ने बताया कि यह गलत विचार मार्क्सवाद से प्रेरित था और 70 के दशक में व्यवहारिक था।
उनके अनुसार, फ्रांसिस के कुछ कथन चर्च में फ्रांसिस की व्यक्तिगत "शालीनता" और "चिढ़" के कारण हैं।
लेकिन बक्स बताते हैं कि एक पोप कैथोलिक सिद्धांत के बदले में अपने निजी विचारों का प्रचार नहीं कर सकते हैं।
चित्र: Nicola Bux, © Rinascimento Sacro, #newsSthhfaybzp