प्रवासन पर कार्डिनल बर्क के विचार
कार्डिनल रेमंड बर्क ने स्पष्ट किया है कि ज़रूरतमंद लोगों के लिए को आने देने का मतलब यह नहीं है कि एक मेजबान राष्ट्र का अपनी सीमाओं पर आने वाले किसी भी व्यक्ति को स्वीकार करने का कर्तव्य है। 19 जून को …अधिक
कार्डिनल रेमंड बर्क ने स्पष्ट किया है कि ज़रूरतमंद लोगों के लिए को आने देने का मतलब यह नहीं है कि एक मेजबान राष्ट्र का अपनी सीमाओं पर आने वाले किसी भी व्यक्ति को स्वीकार करने का कर्तव्य है।
19 जून को ईडब्ल्यूटीएन से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह समझना जरूरी है कि प्रवासी शरणार्थी हैं या अपनी प्रगति के लिए आ रहे हैं। बाद वाला मेजबान राष्ट्र की कीमत पर नहीं हो सकता है।
एक उदाहरण के रूप में उन्होंने इटली का उल्लेख किया, एक ऐसा देश जो अपनी क्षमता से कहीं अधिक संख्या में प्रवासीयों को स्वीकार कर रहा है।
चित्र: Raymodn Burke, EWTN, #newsDsjghfwjnp
19 जून को ईडब्ल्यूटीएन से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह समझना जरूरी है कि प्रवासी शरणार्थी हैं या अपनी प्रगति के लिए आ रहे हैं। बाद वाला मेजबान राष्ट्र की कीमत पर नहीं हो सकता है।
एक उदाहरण के रूप में उन्होंने इटली का उल्लेख किया, एक ऐसा देश जो अपनी क्षमता से कहीं अधिक संख्या में प्रवासीयों को स्वीकार कर रहा है।
चित्र: Raymodn Burke, EWTN, #newsDsjghfwjnp
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